अमीरी विचार से शुरू होती है।
अमीरी विचार के रूप में शुरू होती है इसमें कुछ बातें जिसमे हमें ध्यान आस्था इच्छा कल्पना लगन। जब आप अपनी मनचाही वस्तु की खरीदी करें तो आप इसकी कीमत खुद निर्धारित कर सकते है, वो भी आस्था और विस्वास और अपने अवचेतन मस्तिष्क में सोची गयी धनराशि से।
थिंक एंड ग्रो रिच में निपोलियन हिल्स ने यही बताया है कि अमीरी कोई खानदानी नहीं होती है या न ही किसी को मिलती है यह कमाई जाती है। इसे आप भी कमा सकते हैं और यह तब संभव है जब आप किसी वास्तु विशेष की कल्पना करते है और उसे पाने का ख्वाब रखते है। जैसे आपने कुछ पैसे जुटाने के लिए कोई लक्ष्य बनाया है मानलो की यह 1 लाख रुपये है। और आप इसके लिए कोई तारीख निश्चित कर लेते है और उसके लिए नित्य प्रयास करते है तो प्रकृति स्वयं उस लक्ष्य को प्राप्त करने में हमारी मदद करती है। ऐसा आपको लगेगा की यह मजाक है लेकिन ऐसा नहीं यह बुक आपको यह बताएगी की आपके पास जादुई ताकत है और आप वाकई वो सब पा सकते है जो आप पाना चाहते है। कई दफा लोंगो को यहलगता है की यह सब पॉसिबल नहीं है। किन्तु जब तक आप कार्य शुरू नहीं करेंगे तो इसके परिणाम हमें देखेने नहीं मिलेगें।
प्रतीक विश्वकर्मा
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